Not known Facts About Shodashi
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कस्तूरीपङ्कभास्वद्गलचलदमलस्थूलमुक्तावलीका
ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्रिपुरे सर्वमीप्सितं साधय स्वाहा॥
देयान्मे शुभवस्त्रा करचलवलया वल्लकीं वादयन्ती ॥१॥
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari ashtottarshatnam
पद्मालयां पद्महस्तां पद्मसम्भवसेविताम् ।
अष्टारे पुर-सिद्धया विलसितं रोग-प्रणाशे शुभे
षोडशी महाविद्या प्रत्येक प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मुख्यतः सुंदरता तथा यौवन से घनिष्ठ सम्बन्ध होने के परिणामस्वरूप मोहित कार्य और यौवन स्थाई रखने हेतु इनकी साधना अति उत्तम मानी जाती हैं। त्रिपुर सुंदरी महाविद्या संपत्ति, समृद्धि दात्री, “श्री शक्ति” के नाम से भी जानी जाती है। इन्हीं देवी की आराधना कर कमला नाम से विख्यात दसवीं महाविद्या धन, सुख तथा समृद्धि की देवी महालक्ष्मी है। षोडशी देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध अलौकिक शक्तियों से हैं जोकि समस्त प्रकार की दिव्य, अलौकिक तंत्र तथा मंत्र शक्तियों की देवी अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। तंत्रो में उल्लेखित मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन इत्यादि जादुई शक्ति षोडशी देवी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं होती हैं।- षोडशी महाविद्या
लक्षं जस्वापि यस्या मनुवरमणिमासिद्धिमन्तो महान्तः
Her legacy, encapsulated in the colourful traditions and sacred texts, proceeds to guidebook and encourage These click here on the path of devotion and self-realization.
ह्रीङ्कारं परमं जपद्भिरनिशं मित्रेश-नाथादिभिः
Over the fifth auspicious day of Navaratri, the Lalita Panchami is celebrated because the legends say this was the working day in the event the Goddess emerged from hearth to destroy the demon Bhandasura.
हादिः काद्यर्णतत्त्वा सुरपतिवरदा कामराजप्रदिष्टा ।
Move two: Get an image of Mahavidya Shodashi and position some bouquets before her. Give incense sticks to her by lighting a similar in front of her picture.
प्रासाद उत्सर्ग विधि – प्राण प्रतिष्ठा विधि